सीहोर: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को सीहोर जिले के दौरे पर रहे. विकसित भारत संकल्प पदयात्रा के दौरान ग्राम भादाकुई में आयोजित महिला सशक्तिकरण संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए और बहनों एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि, ''स्व सहायता समूहों के माध्यम से आज बहनें आत्मनिर्भर बन रही हैं. इसके साथ ही लखपति दीदी की श्रेणी में शामिल हो रही है. सरकार का निरंतर यह प्रयास है कि जो महिलाएं अभी तक लखपति दीदी की श्रेणी में नहीं आई हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द लखपति दीदी बनाया जाए. सरकार स्व सहायता समूहों के माध्यम से निरंतर महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही है.

 

लखपति दीदी को करोड़पति बनाना है
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार का लक्ष्य है कि प्रत्येक महिला को लखपति दीदी बनाना है. इसके बाद निरंतर विकास करते हुए करोड़पति दीदी भी बनाना है.'' उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि, ''ग्राम भादाकुई की सभी आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को स्व सहायता समूहों में जोड़ा जाएं, ताकि वे जल्द से जल्द लखपति दीदी की श्रेणी में शामिल हो सकें.''

 

उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान
उन्होंने कहा कि, ''जब बहनें लखपति बनेंगी और गरीबी से मुक्त होंगी तभी सही अर्थ में विकसित भारत का निर्माण होगा.'' इस अवसर पर कई महिलाओं ने स्व सहायता समूह के माध्यम से अपने लखपति दीदी बनने तक के सफर के बारे केंद्रीय कृषि मंत्री एवं सभी से चर्चा और अपने अनुभव साझा किए. केंद्रीय कृषि मंत्री ने इस अवसर पर सभी बहनों को विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का संकल्प भी दिलाया. कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली बहनों को पुरस्कार प्रदान सम्मानित भी किया.

 

क्या है लखपति दीदी योजना
केंद्र सरकार ने 'लखपति दीदी योजना' की शुरुआत 15 अगस्त 2023 को की गई थी. लखपति दीदी योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के उत्थान के लिए बनाई गई योजना है. इस योजना का मकसद बिजनेस को बढ़ावा देना और राज्य में महिलाओं की फाइनेंशियल स्थिति में सुधार करना है. लखपति दीदी योजना में महिलाओं को सरकार 5 लाख रुपए तक का कर्ज देती है. खास बात यह है कि इस पर कोई ब्याज नहीं होता. यानि ब्याज फ्री योजना है. बस इसके लिए महिलाओं के लिए कुछ शर्तें हैं, जिन्हें पूरी करना होता है. जैसे परिवार की सालाना इनकम 3 लाख रुपये या उससे कम हो. इससे ज्यादा इनकम वाली महिलाएं पात्र नहीं मानी जाएंगी. जिस किसी परिवार में कोई सरकारी नौकरी में है, उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा.

 

लखपति दीदी बनने की क्या है प्रक्रिया
इस स्कीम में आवेदन करने के लिए आपको सबसे पहले किसी स्वयं सहायता समूह से जुड़ना होगा. इसके बाद महिलाओं को अपना बिजनेस प्लान बनाना होगा. जिसके बाद उस रिपोर्ट को स्वयं सहायता समूह द्वारा सरकार को भेजा जाएगा. अधिकारी बिजनेस प्लान का रिव्यू करेंगे. सरकारी अधिकारी उस प्लान की जांच परख करने के बाद उसे अप्रूव करेंगे. उसके बाद महिलाओं को लोन दिया जाएगा. लखपति दीदी में आवेदन के लिए आयु सीमा 18 वर्ष से 50 वर्ष के बीच है. इस स्कीम का लाभ लेने के लिए जो जरूरी दस्तावेज चाहिए, उनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, आमदनी का प्रूफ, बैंक की पासबुक, मोबाइल नंबर पासपोर्ट आकार का फोटो शामिल हैं.