ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी में वित्तीय कुप्रबंधन की नियामकीय जांच ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहन व्यवसाय को बढ़ाने की उबर की योजना पर पानी फेर दिया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने हाल में ब्लूस्मार्ट के संस्थापकों अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी द्वारा कोष गबन के मामले पर सख्ती बरती है। इस घटनाक्रम की वजह से ईवी राइड-हेलिंग फर्म का परिचालन बंद हो गया है।

इस मामले से अवगत लोगों का कहना है कि एक समय ब्लूस्मार्ट को खरीदने की योजना बना चुकी उबर अब इस कंपनी से किसी भी तरह का जुड़ाव रखने से परहेज कर रही है। इस घटनाक्रम की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता ने देश में उबर द्वारा व्यापक स्तर पर ईवी को पेश किए जाने के प्रयासों को भी प्रभावित किया है, क्योंकि इन पेशकशों के तहत उसके प्लेटफॉर्म पर लगभग 8,000 ब्लूस्मार्ट वाहनों को शामिल करने की योजना थी।

इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘एक महीने पहले उबर और ब्लूस्मार्ट के अधिकारियों के बीच संभावित अधिग्रहण के बारे में चर्चा हुई थी, लेकिन वह बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई थी। लेकिन उबर ने हाल में ब्लूस्मार्ट के ईवी बेड़े से जुड़ने के लिए भागीदारी की संभावना तलाशी थी। लेकिन सेबी के खुलासे के बाद, उबर द्वारा अब इस कंपनी के साथ किसी भी तरह का संबंध नहीं बनाए जाने की संभावना है।’

भारत में उबर की ईवी महत्वाकांक्षाएं वर्ष 2040 तक अपने प्लेटफॉर्म पर हर सवारी को ईवी से जोड़ने के लक्ष्य के साथ शून्य-उत्सर्जन को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं। कंपनी अगले कुछ वर्षों में अपने प्लेटफॉर्म पर 25,000 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) शामिल करने की योजना बना रही है। ईवी संबंधित योजनाओं पर ब्लूस्मार्ट विवाद का प्रभाव पड़ने के बारे में उबर को भेजे गए सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिला है।

कंपनी अब अपने ईवी प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए अन्य वाहन भागीदारों- रिफेक्स ग्रीन मोबिलिटी, लीथियम अर्बन टेक्नोलॉजीज, एवरेस्ट फ्लीट और मूव पर ज्यादा ध्यान दे सकती है। मौजूदा संकट की वजह से ब्लूस्मार्ट के लगभग 10,000 ड्राइवर बेरोजगार हो गए हैं। इनमें से कई ड्राइवर समान 8,000 कारों का इस्तेमाल करके शिफ्ट में काम करते थे। अब वे उबर, रैपिडो और ओला जैसे दूसरे राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म पर काम करने के अवसर तलाश सकते हैं।

ब्लूस्मार्ट के पास स्वयं के करीब 8,000 वाहन हैं और जग्गी बंधुओं को निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए इन कारों समेत परिसंपत्तियां बेचने की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि उबर के इन कारों से जुड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि वह वाहन नहीं खरीदती, बल्कि उन्हें केवल अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ती है।

टेकलेगिस एडवोकेट्स ऐंड सॉलिसिटर्स में मैनेजिंग पार्टनर सलमान वारिस ने कहा, ‘सेबी के निष्कर्षों और ब्लूस्मार्ट के परिचालन पर प्रतिबंध का उबर के साथ किसी भी संभावित सौदे की व्यवहार्यता और शर्तों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।’ लॉ फर्म केएस लीगल ऐंड एसोसिएट्स में मैनेजिंग पार्टनर सोनम चांदवानी ने जग्गी बंधुओं द्वारा कोष गबन के सेबी के खुलासे और ब्लूस्मार्ट द्वारा परिचालन बंद किए जाने के बारे में कहा, ‘साख संबंधित जोखिम और नियामकीय जांच स्वाभाविक रूप से उबर को रुकने और अपने जोखिम का आकलन करने के लिए मजबूर करेगी।’